दरअसल पिछले दिनों कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने भी एक बयान दिया था जिसमें उनका कहना था कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस धनबल और बाहुबल वाले नेताओं की बजाए सक्रिय नेताओं को टिकट देगी जिससे आगामी चुनाव में शिवराज सरकार piके खिलाफ मजबूती के साथ मोर्चा खोला जा सके। ऐसे में देपालपुर में किसान कांग्रेस के नेता मोतीसिंह भी पूरी दमदारी के साथ मैदान में उतर आए हैं।
देपालपुर की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरह से नये समीकरण बनते हुए नजर आ रहे हैं उसके बाद एक बात तो साफ है कि टिकट को लेकर कांग्रेस में बड़ी उठापटक भी देखने को मिल सकती है। वहीं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल और कांग्रेस नेता विशाल पटेल की खींचतान के बीच मोतीसिंह कितना दम भरते हैं यह देखना भी लाजमी होगा।