मेरे आइडियल मेरे मां-बाप है
वरिष्ठ समाजसेवी सादिक चंदेरी सम्मानित
बड़वानी
बड़वानी शहर के वरिष्ठ समाजसेवी सादिक चंदेरी जो दिन-रात मानवता इंसानियत और मानव कल्याण के लिए सेवा करते रहते हैं शिक्षा जगत हो या स्वास्थ्य विभाग अन्य विभाग हर गरीब मजदूर मरिज लाचार मजलूम की मदद करते रहते हैं. विश्व प्रसिद्ध बड़वानी की दरगाह शरीफ हजरत मूसे खा वली रहमतुल्लाह अलेह कैम्पस मैं देश दुनिया में अमन चैन रहे की दुआ मांगने के बाद प्रेस क्लब ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट, कौमी एकता कमेटी बाकानेर परख साहित्य मंच अखिल निमाड़ लोक परिषद बाकानेर और वार्थे वेलनेस फाउंडेशन लखनऊ नीति आयोग भारत सरकार से मान्यता प्राप्त संस्था द्वारा डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भारतीय रत्न सम्मान के साथ शाल ,प्रशंसा पत्र प्रतिक चिन्ह देकर पुष्प मालाओं से सम्मानित किया। सादिक चंदेरी साहब ने बताया मेरे आइडियल मेरे मां-बाप है
फादर-अब्दुल अजीज चन्देरी
हार्ट अटैक से इंतकाल का समय सन 1986
मदर-जुबेदा चन्देरी बोनमेरो केंसर से इंतकाल का समय सन 2004
भाई, अब्दुल कलाम चन्देरी
चार बहने
तीन बेटी
एक बेटा
मेरे माता पिता की ख़िदमत को करते हुए, दोनों इस दुनिया को मेरी कम उम्र में अलविदा कह गए, मेरी आर्थिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ, मेने मानवता के इस सेवा संकल्प के साथ यह निर्णय कीया, की जो तकलीफों का सामना मैने किया है, मालिक ऐसी तकलीफे ओरो को नही दे ,और तब से लगातार मानव सेवाओं से सम्बंधित चाहे अस्पताल हो गोवरमेंट कि योजनाओं से मिलने वाले गरीब कमजोर लोगो की मदद करना, वही कोरोना काल मे 24 घंटे में 17 से 18 घंटे दिन रात सेवा देना, ब्लड सेवाओं में सहयोगी बनना, जैसे अनेको कार्यों को करते हुए कई समाज सेवी संस्थाओं द्वारा, ओर जिला प्रशासन ,द्वारा सम्मानित किया गया, इन्ही हौसला अफजाई ओर माता पीता कि नेक दुवाओं से ,ओर मेरे दोस्तो समाज ओर खासकर, रिटायर्ड cmho डॉ अब्दुल रशीद पटेल, (शायर)आरिफ एहमद शेख इकरा,बड़वानी विक्रम सेन, मरहूम अय्यूब मंसूरी phe अलीराजपुर, सैयद रिजवान अली बाकानेर मीडिया साथियों के साथ सहयोग से नेक भलाई के कार्यों मे सक्रिय रहता हूँ। जीत तो हर कोई है यहां पर जीते हैं कितने लोग सार्थक जिंदगी जीता तो वही है जो दूसरों के लिए जीता है। इस अवसर पर विश्वजीत सेन मोहम्मद अयाज खान तसव्वर हुसैन जालिम सिंह तोमर सैयद रिजवान अली फारुख खान मौजूद रहे।