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धार

शिक्षक दिवस पर डॉक्टर राधाकृष्णन जी के विचार याद आते है निशा खान 

शिक्षक दिवस पर डॉक्टर राधाकृष्णन जी के विचार याद आते है निशा खान 

धार (सैयद रिजवान अली)

प्रेस क्लब बाकानेर परख साहित्य मंच कौमी एकता कमेटी अखिल निमाड़ लोक परिषद प्रेस क्लब आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के द्वारा शिक्षक दिवस पर निशा कान्वेंट हायर सेकंडरी स्कूल प्राचार्य निशा खान जीराबाद को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किए।

इस अवसर पे प्रेस क्लब अध्यक्ष विश्वजीत सेन ,जालिम सिंह तोमर हरि मोहम्मद अयाज खान काजी सैयद जूलफेकार अली सैयद रिजवान अली मौजूद रहे। निशा खान ने कहा Dr राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस शिक्षक दिवस के रूप मैं मनाते है।

राधाकृष्णन जी ने कहा था शिक्षक वह नहीं जो छात्रों के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है, जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें ।

कोई भी आजादी तब तक सच्ची नहीं है, जब तक विचारों की आजादी प्राप्त ना हो। ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है ।शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है, अतः विश्व को एक इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंध करना चाहिए।

 शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ सके।

 पुस्तकें वह साधन है ,जिन के माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं ।किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है ।डॉ राधाकृष्णन समूचे विश्व को एक विद्यालय मानते थे।

 वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी विद्वान, शिक्षक, वक्ता ,प्रशासक और शिक्षा शास्त्री थे। उन्होंने अपने जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में बनाने का निश्चय करके शिक्षकों को अनुपम सम्मान दिया ,आज उनकी जन्म जयंती पर उन्हें याद करते हैं। ओर आज मुझे सम्मानित करने पर सभी का आभार मानती हु।

लेखिका शशि दीप, शाश्वती दास, रवीना घोष एनलाइटेंड वूमेन अवार्ड से सम्मानित

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