मस्जिद में नमाज के दौरान ऐसे खेला गया खूनी खेल-305 लोगों की मौत
मिस्र के अल अरिश शहर की अल-रावदा मस्जिद पर हमला हुआ।
काहिरा.मिस्र के नॉर्थ सिनाई इलाके में मौजूद एक मस्जिद में शुक्रवार को आतंकी हमला हुआ, जिसमें 305 लोगों की मौत और सौ से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। आतंकियों ने जुमे की नमाज अदा करने आए लोगों को निशाना बनाकर ब्लास्ट किया। धमाके के बाद जब लोगों ने भागने की कोशिश की तो गाड़ियों में आए हमलावरों ने उन पर फायरिंग भी की। किसी भी आतंकी ग्रुप ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। भागने की कोशिश की तो कर दी अंधाधुंध फायरिंग...
- हमला मिस्र के अल अरिश शहर की अल-रावदा मस्जिद पर हुआ। MENA स्टेट न्यूज एजेंसी के मुताबिक, "मस्जिद के पास बम प्लान्ट किया गया था।
- धमाके के बाद जब लोगों ने बचकर भागने की कोशिश की तो बाहर सड़क किनारे खड़ी चार गाड़ियों में बैठे आतंकियों ने उन पर फायरिंग कर दी।''
- मिस्र के मसरिया टीवी स्टेशन के मुताबिक, जिस मस्जिद को निशाना बनाया गया, वह सूफी संत शेख ईद अल जरीरी की जन्मभूमि है।
- यहां सूफीवाद को मानने वाले लोग नमाज अदा करने आते थे। इन सूफियों को मिस्र के आतंकी संगठन इस्लाम विरोधी मानते हैं।
- हमले के बाद मिस्र की सरकार ने 3 दिन के शोक का एलान किया। मिस्र के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है।
2011 के बाद बढ़े हमले
- जनवरी 2011 में पूर्व प्रेसिडेंट होस्नी मुबारक का शासन खत्म होने के बाद से ही नॉर्थ सिनाई इलाके में हमले बढ़ गए थे। पूर्व इस्लामिस्ट प्रेसिडेंट मोहम्मद मुर्सी के निष्कासन के बाद पुलिस और मिलिट्री पर हमले और तेज हो गए।
- तब से अब तक मिस्र में 700 से ज्यादा सिक्युरिटी पर्सनल्स ने जान गंवाई है। 2014 में यहां सुसाइड बॉम्बिंग की घटना में 31 सैनिक मारे गए थे। इसके बाद प्रेसिडेंट अल-सीसी ने यहां स्टेट ऑफ इमरजेंसी का एलान तक कर दिया था।
Next article
लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ के प्रहरियों/ रक्षकों तथा निष्पक्ष पत्रकारिता के संवाहकों की रक्षा नितांत आवश्यक