गौरतलब है की गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने गत दिनों कहा था कि जिस तरह से गैंगरेप विक्टिम ने हिम्मत दिखाई सरकार ने उसे पद्मावती पुरस्कार देने का फैसला किया है। इसके लिए प्रपोजल तैयार किया गया है। जिस पर जल्द फैसला लिया जाएगा। इस बयान पर पत्रकार जिनेंद्र सुराणा ने फेसबुक पर पांच दिन पहले व्यंग्य करते हुए टिप्पणी की थी। जिसके बाद डीआईजी ने इस पर आपत्ति जताते हुवे जिनेन्द्र सुराणा पर 376/117 (बलात्कार करने के लिए दुष्प्रेरणा करना) सहित आईटी एक्ट की धाराओं में मामल दर्ज कर लिया। इसी के बाद पत्रकार लामबंद हो गए। अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय महासचिव सैयद खालिद कैस ने घटना की निंदा करते हुए मुख्य मंत्री से उच्च स्तरीय जांच की मांग की