नेता प्रतिपक्ष श्री अजय सिंह ने कहा कि पिछले 12 साल में मुख्यमंत्री इस प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा यात्राओं, उत्सवों, समारोह और अपने धरने उपवास करने पर खर्च किया है। श्री सिंह ने कहा है कि शिवराज ने सुशासन के बजाय प्रशासनिक दादागिरी करके जनता के पैसों से खुद की तारीफ करने के लिये कार्यक्रम किये और झूठ बोला कि जनता स्वयं कर रही है। अब सारा झूठ बेनकाब हो गया है। जनता के सामने पोल खुल चुकी है। श्री सिंह ने कहा कि पिछले बारह सालों में खुद की तारीफ करने के लिए कार्यक्रमो पर जितने पैसे खर्च हुए उतने में बारह लाख युवाओं को आसानी से रोज़गार स्थापित करने में मदद दी जा सकती थी।
श्री सिंह ने कहा है कि शिवराज ने हर मोर्चे पर झूठ बोला है। ताजा झूठ यह है मध्य प्रदेश की सड़कें वाशिंगटन से अच्छी है। अब जनता जानती है कि कितना बड़ा झूठ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे ज्यादा विदेश दौरा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज हैं। पिछले सालो में निवेश लाने के बहाने सभी प्रमुख देशों का पर्यटन किया । सच्चाई यह है कि न तो निवेश आया और न ही युवाओ को जॉब मिला। यदि मिला होता तो पटवारी बनने के लिए दस लाख आवेदक नही आते । उन्होने कहा कि आम जनता की उम्मीदों पर पूरी तरह यह सरकार असफल साबित हुई है।
श्री सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश से सुशासन पूरी तरह नदारत है। भ्रष्टाचार शासन के भीतर तक घुस गया है। युवाओं को रोजगार के अवसर नहीं है। पीएचडी, एमटेक, एमबीए पास युवा पटवारी बनने के लिये आवेदन कर रहे हैं। नौकरी देने में जब असफल हो गये तो अचानक उन्हें उदयमी बनाने की बात करने लगे। युवाओं को ऐसे भटकाने के लिये शिवराज और उनकी नीतियां जिम्मेदार हैं।
किसान खेती की लागत कम करना चाहते हैं जो नहीं हो रहा है। जब अपने परिश्रम का मेहनताना मांगते हैं तो गोलियां चलाकर हत्या करवा देते हैं। इसका जिम्मेदार कौन है। मध्यप्रदेश की कृषि विकास दर को पूरे विश्व में पहले नम्बर पर बताने वाले मुख्यमंत्री यह भी बता दें कि ऐसे उच्च विकास दर वाले प्रदेश में किसानों को गोली क्यों मार देते हैं।वे आत्महत्याएं क्यों करते हैं | श्री सिंह ने कहा है कि अब शिवराज दूध डेयरी का धंधा खोलने जा रहे हैं और इधर कुपोषित बच्चों को खाना तक नसीब नहीं हो रहा है। रेत माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि आये दिन सरकारी अमले पर हमला कर रहा है। इसके दो ही कारण हैं, या तो सरकार का संरक्षण मिला है या प्रशासन अक्षम है।
श्री सिंह ने कहा है कि इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि व्यापम जैसा महाघोटाला सरकार के सानिध्य में ही संभव है। एक मंत्री को जेल भी हुई। मुख्यमंत्री ने अपने परिचितों को बचा लिया लेकिन हजारों युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गया इसकी चिंता भी नहीं की। युवाओं के हितैषी होने का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज ने उन युवाओं के लिये सहानुभूति का एक शब्द भी नहीं कहा जिनका भविष्य बर्बाद हो गया। ऐसे कई ढोंग हैं। भ्रष्टाचार करने वालों को उल्टा टांगने की बात करने वाले मुख्यमंत्री ने लोकायुक्त को में भ्रष्टाचारी अफसरों के विरूद्ध कार्रवाई करने की अनुमति नहीं दी। इन भ्रष्टाचारियों को कौन बचा रहा है।
श्री सिंह ने कहा है कि महिलाओं और बेटियों की रक्षा का ढोंग करने वाले मुख्यमंत्री को इस बात की चिंता नहीं है कि प्रदेश के तीन हजार से ज्यादा बेटियां गायब हो गई हैं वे कहां हैं। बेटियों के लिये प्रदेश में खौफ का माहौल है। बलात्कारियों को सजा देने का कानून तो अभी भी है। फिर बलात्कारी क्यों खुले आम घूम रहे बलात्कारियों को सजा देने के लिये कानून के साथ हिम्मत की जरूरत है जो सरकार के पास नहीं है।
श्री सिंह ने कहा है कि नर्मदा नदी को बचाने का ढोंग करने वाले शिवराज ने 11 सालों तक तो नर्मदा की गोद उजडने दी। नर्म्रदा नदी का जल क्षिप्रा, पार्वती, कालीसिंध और गंभीर में नर्मदा मैया का पानी किसकी इजाजत से डालने की कोशिश कर रहे हैं। जब नर्मदा मैया को जीवित मान लिया है तो उसके अस्तित्व से जबर्दस्ती कैसे खिलवाड कर सकते हैं। यह भी एक ढोंग है।
मुख्यमंत्री भगवान राम की सौगंध खाकर कहें
किसान खुश है, महिलाएं सुरक्षित हैं,युवाओं के पास रोजगार है और एक भी विभाग का नाम बताएं जो भ्रष्टाचार से मुक्त है-नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह